बीकानेर, 10 जुलाई (छोटीकाशी डॉट पेज)। भारतीय रेलवे ने वर्ष 2024 तक अपनी माल यातायात को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए जोनल एवं मंडल स्तर पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। रेलवे के माल ढुलाई आय दोगुनी करके अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए अपने कार्य प्रणाली में बदलाव कर रहा है। इसके लिए रेलवे द्वारा पारंपरिक वस्तुओं की माल ढुलाई तंत्र को मजबूत करने के साथ ही अन्य गैर पारंपरिक माल लदान को भी आकर्षित किया जाएगा। इसके लिए जोनल एवं मंडल स्तर पर स्थापित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट व्यवसायिकों और उद्योगपतियों से संपर्क कर उन्हें रेलवे के आकर्षक योजनाओं से अवगत कराएगा। व्यवसायिकों को यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि रेलवे से माल ढुलाई अन्य परिवहन साधनों से बेहतर और विश्वसनीय होने के साथ ही मितव्ययी भी है। उन्होंने बताया कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट माल ढुलाई को सरल और सुलभ बनाने के लिए व्यवसायिकों के साथ निरन्तर विचार-विमर्श कर लदान बढ़ाने के लिए प्रस्ताव प्राप्त करेगी। व्यापार उद्योग से प्राप्त किसी भी प्रस्ताव का तत्काल क्षेत्रीय स्तर पर विश्लेषण किया जाएगा और अन्य जोनल रेलवे और रेलवे बोर्ड से यदि आवश्यक हो, तो तुरंत सहायता मांगी जाएगी। बोर्ड स्तर पर स्थापित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ऐसे प्रस्तावों की प्राप्ति से एक सप्ताह के समय सीमा मे निर्णय लेगी। उत्तर पचिम रेलवे पर मुख्यालय एवं जयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर मण्डलों में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया गया है। इस यूनिट में परिचालन विभाग, वाणिज्य विभाग, यांत्रिक विभाग, इंजीनियरिग विभाग एवं वित्त विभाग से एक-एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 5 अधिकारी शामिल होंगे। मुख्यालय स्तर पर मुख्य माल यातायात प्रबंधक हिरेश मीना व मंडल स्तर पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक इन यूनिटों में समन्वयक का कार्य करेंगे, जिनसे व्यवसायिक व उद्योगपति सीधे संपर्क कर सकते हैं।