टैक्नीकल यूनिवर्सिटी की अभिनव पहल, कॉलेजों में पहली बार प्रेक्टिकल कराए जाएंगे ऑनलाइन


 


बीकानेर, 22 जुलाई (छोटीकाशी डॉट पेज)। राजस्थान की तकनीकी शिक्षा में पहली बार बीकानेर टैक्नीकल यूनिवर्सिटी (बीटीयू) द्वारा वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रैक्टिकल आयोजन के नवाचार की शुरुवात की गई है। विवि ने अपने नवाचारों के श्रंखला के अंतर्गत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के तत्वाधान में अपने सभी संघटक एवं संबद्ध महाविद्यालयों वर्चुअल लैब की शुरूवात की है। इस हेतु विवि ने सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों को दिशा-निर्देश जारी किया है। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एच.डी.चारण ने बताया कि इस लैब के माध्यम से स्टूडेंट्स घर पर ही फैकल्टी दवारा ऑनलाइन पढ़ाये गए प्रैक्टिकल को परफॉर्म कर सकता है। इस लैब का उद्देश्य विज्ञान और इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों में लैब्स को दूरस्थ पहुंच प्रदान करना है। ये वर्चुअल लैब्स स्नातक स्तर एपोस्ट ग्रेजुएट स्तर के साथ-साथ अनुसंधान करने वाले  छात्रों को अपनी जिज्ञासा अनुसार प्रयोगों का संचालन करने के लिए प्रैक्टिकल प्लेटफार्म देता है। वर्चुअल लैब्स एक संपूर्ण लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम प्रदान करने के लिए जहां छात्र अतिरिक्त वेब-संसाधन, वीडियो-व्याख्यान, एनिमेटेड प्रदर्शन और आत्म मूल्यांकन सहित सीखने के लिए विभिन्न उपकरणों का लाभ उठा सकते हैं। चारण ने बताया की वर्चुअल लैब्स मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन के तत्वावधान में एक पहल है। यह परियोजना बारह भाग लेने वाले संस्थानों की एक संघ गतिविधि है और आईआईटी दिल्ली समन्वय संस्थान है। वर्चुअल लैब्स प्रोजेक्ट के तहतए लगभग 900 वेब.सक्षम प्रयोगों से युक्त 120 से अधिक वर्चुअल लैब्स को रिमोट.ऑपरेशन और प्रैक्टिकल को परफॉर्म के लिए डिज़ाइन किया गया है। चारण ने कहा कि हमने प्रयास किया है की बदलते वक्त के साथ हमारे विश्विद्यालय के विद्यार्थियों को नवीन तकनीक से रूबरू कराया जाए। वर्चुअल लैब्स के माध्यम से किये जाने वाले प्रैक्टिकल निसंदेह तकनिकी शिक्षा का आधुनिकतम स्वरूप लिए हुए है। विश्वविद्यालय के अकादमिकनिदेशक डॉ यदुनाथ सिंह ने इसके लिए आदेश जारी करते हुए बताया कि वर्चुअल लैब्स में प्रयोगों के संचालन के लिए किसी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर सेटअप की आवश्यकता नहीं होती है। सिमुलेशन-आधारित प्रयोगों को इंटरनेट के माध्यम से दूरस्थ रूप से एक्सेस किया जा सकता है। वर्चुअल लैब्स के व्यापक क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, रासायनिक अभियांत्रिकी, बायोटेक्नोलॉजी और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, सिविल अभियांत्रिकी, फिजिक्स एंड केमिस्ट्री विज्ञान है। वर्चुअल लैब के लिए स्टूडेंट्स को अपना लॉगिन बनाना होगा। लॉगिन बनने के बाद स्टूडेंट्स ऑनलाइन प्रैक्टिकल कर सकते हैं। टीचर्स भी क्लास में वर्चुअल लैब के माध्यम से टिपिकल टॉपिक्स पर क्लास रूम में बेहतर तरीके से टॉपिक्स को क्लीयर कर पाएंगे। यूनिवर्सिटी लेवल पर इसके लिए नोडल सेन्टर को ऑर्डिनेटर बना दिए गए है व यूनिवर्सिटी की सभी कॉलेजेस को भी वर्चुअल लैब की सहायता से प्रैक्टिकल करवाने के लिए निर्देशित किया है।