बीकानेर, 3 सितंबर। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि ट्यूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में अलग पहचान के लिए बीकानेर की सांस्कृतिक, भौगोलिक और धार्मिक पर्यटन संभावनाओं की ब्रांड वैल्यू बनाई जाए। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में पर्यटन विभाग और पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करते हुए मेहता ने यह बात कही। मेहता ने कहा कि पर्यटन के लिए ब्रांड इमेज होना बहुत जरूरी है। बीकानेर स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों (डजर्ट) के साथ-साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषताओं से परिपूर्ण है। ये खूबियां अंतराष्ट्रीय पर्यटक बाजार को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। मेहता ने कहा कि इसके लिए एक विशेष कैंपेन डिजाइन करवाते हुए यहां के पर्यटन पॉइंट्स का प्रचार प्रसार करवाया जाए। मेहता ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान पर्यटन उद्योग को गहरा झटका लगा है। पर्यटन उद्योग में हुए नुकसान से स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी गिरावट आई है। आने वाले समय में पर्यटन इंडस्ट्री पुनः स्थापित हो सके इसके लिए नए सिरे से समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता है। जिला कलेक्टर ने कहा कि आने वाले सीजन में पर्यटक कम आएंगे, ऐसे में होटल इंडस्ट्री को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि कोरोना से सुरक्षा के सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं, जिससे पर्यटकों में यह भरोसा पैदा हो कि पर्यटन के दौरान उन्हें कोरोना का खतरा नहीं होगा। मेहता ने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफार्म के जरिए कोरोना एडवाइजरी की पालना के संबंध में अपनाए जा रहे सुरक्षा मानकों का भी प्रचार-प्रसार करवाएं ।
जिला कलेक्टर ने कहा कि पिछले कुछ अरसे में कैमल फेस्टिवल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीकानेर को अलग पहचान दिलाई है लेकिन इस फेस्टिवल में नए इवेंट, क्रिएटिविटी, पब्लिक पार्टिसिपेशन आदि के जरिए नयापन लाते हुए डिजीटल माध्यम से इसकी सूचना पर्यटकों तक पहुंचाए जिससे अधिक से अधिक पर्यटकों को इस फेस्टिवल से जोड़ा जा सके। मेहता ने कहा कि टूरिज्म इंडस्ट्री सीएसआर करते हुए नवाचार में योगदान दें।
हेरिटेज वॉक में सुधार के निर्देश
जिला कलेक्टर ने नगर विकास न्यास सचिव को हेरिटेज वॉक में आवश्यक सिविल कार्य व मरम्मत के साथ नियमित साफ सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हेरिटेज वॉक पर प्रॉपर साइनेज लगे। इस मार्ग पर स्थित दुकानों में सजावट कर इन्हें आकर्षक रूप दिया जाए। हैरिटेज वॉक के जरिए शहर की संस्कृति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलहदा पहचान मिल सकती है , इसे सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों की राय ले और यह देखें कि इस रूट को किस प्रकार और आकर्षक बनाया जा सकता है।
धार्मिक पर्यटन स्थल सर्किट के रूप में हो विकसित
जिला कलेक्टर ने कहा कि बीकानेर में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल स्थित है। पर्यटन विभाग आवश्यक सुधार करते हुए एक धार्मिक पर्यटन सर्किट के रूप में इन्हें विकसित करें। उन्होंने कहा कि मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में भी बीकानेर में काफी गुंजाइश है इसके लिए भी होटल इंडस्ट्री पैकेज विकसित कर लोगों को सुविधाएं दे सकती है।
नाइट टूरिज्म सेंटर के रूप में डेवलप होगा पब्लिक पार्क
जिला कलेक्टर ने कहा कि पब्लिक पार्क एरिया नाइट टूरिज्म सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए पब्लिक पार्क में एंट्री गेट से लेकर जूनागढ़ तक के क्षेत्र में लाइटिंग पर विशेष कार्य करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक व्यवस्थाएं रहे। जिला कलेक्टर ने इस संबंध में नगर विकास न्यास सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए ।
ड्यून्स आईडेंटिटी को करें इस्तेमाल
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि बीकानेर के रेतीले धोरों तक पर्यटकों की उचित पहुंच नहीं हो सकी है। बीकानेर ट्यूरिज्म के इस पक्ष को पर्यटकों के बीच पहुंचाने की आवश्यकता है। इसके लिए जैसलमेर की तर्ज पर लैड स्लाइडिंग साइट्स विकसित की जाए और मार्केटिंग मजबूत की जाए। प्रचार-प्रसार गतिविधियों पर विशेष फोकस करते हुए रणनीति प्लान करें। जिला कलेक्टर ने कहा कि कैमल फेस्टिवल के दौरान 1 दिन बढ़ाते हुए रायसर में डजर्ट सफारी को फेस्टिवल से जोड़ें। वीकेंड टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए भी रायसर जैसी साइट्स विकसित की जाएं। डजर्ट लैंडस्केप बीकानेर टूरिज्म का यूएसपी बन सकता है। इसके लिए टूरिज्म विभाग स्थानीय होटल इंडस्ट्री के साथ समन्वय करते हुए कार्य करें। कैमल फेस्टिवल में स्थानीय लोक कलाकारों के साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों को भी जोड़ें। लाइट एंड साउंड शो और फूड फेस्टिवल आयोजित कर पर्यटन इंडस्ट्री को नया एक्स्पोजर प्रदान करें। बैठक में होटल व्यवसायियों की ओर से इंडस्ट्री की दरों पर बिजली उपलब्ध करवाने, बीकानेर में फ्लाइट कनेक्टिविटी बढ़ान,े रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड एयरपोर्ट पर टूरिज्म हेल्प सेंटर बनाने जैसी मांग की गई। इस पर जिला कलेक्टर ने टूरिज्म विभाग से रेलवे स्टेशन पर शीघ्र ही टूरिज्म हेल्प सेंटर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर सुनीता चैधरी, यूआईटी सचिव मेघराज सिंह मीना, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक किशन कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी पुष्पेन्द्र प्रताप व पवन शर्मा तथा पर्यटन सहायक योगेश राय सहित होटल इंडस्ट्री के प्रतिनिधि उपस्थित थे।