बीकानेर, 30 नवम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स [बीएसएफ] देश की सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेवारी को भली-भांति से निर्वहन कर रहा है। वर्ष-2020 के दौरान बीकानेर सैक्टर पर बीएसएफ की तत्परता के परिणामस्वरुप नकली करेंसी और मादक पदार्थ की तस्करी को नाकाम करना और तस्करों के नापाक इरादों को ध्वस्त करना, सीमावर्ती इलाकों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतू जागृत अभियान आयोजित कर बीएसएफ ने अपने कर्तव्य का परिचय दिया जो महत्वपूर्ण और सराहनीय कार्य है। यह जानकारी देते हुए बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बीएसएफ के 1 दिसम्बर को 56 वें स्थापना दिवस की पूर्वसंध्या पर बताया कि भारत का एक प्रमुख अर्धसैनिक बल है एवं विश्व का सबसे बड़ा सीमा रक्षक दल है जिसका गठन 1 दिसम्बर 1965 को हुआ था। इसकी जिम्मेदारी शांति के समय के दौरान भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर निरंतर निगरानी रखना, भारत सीमा की सीमाओं की रक्षा करना और अंतर्राष्ट्रीय अपराध को रोकना है जो कि पवित्र दुर्गम रेगिस्तान, नदी घाटियों और हिमान्छादित प्रदेशों तक फैली है। बीएसएफ के स्थापना दिवस पर मंगलवार को सैक्टर मुख्यालय में सर्वप्रथम शहीद सीमा प्रहरियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी, तत्पश्चात् अधिकारियों तथा अधिनस्थ अधिकारियों, कार्मिकों का सैनिक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा तथा जिन कार्मिकों की सेवा उत्कृष्ट रही उन्हें डीआईजी सैक्टर मुख्यालय बीकानेर बीएसएफ द्वारा प्रशस्ति द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही सीमा पर नयी चुनौतियों को निपटने के लिए रणनीति भी अंकित की जाएगी।