नववर्ष के उपलक्ष में राष्ट्रसंत पूज्य गुरुदेव डॉ वसंतविजयजी मसा. का लोक कल्याणकारी आयोजन : गुरु पुष्य अमृत बेला में हुआ चमत्कारी महामंगलकारी मंत्र शक्तिपात
















ईश्वर मेरे है विश्वास जरूरी तभी कल्याण संभव : डॉ वसंत विजय जी मसा.


उज्जैन {CK NEWS}। श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, परम पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंतविजयजी म.सा. के मुखारविंद से यहां के रामघाट स्थित शहनाई गार्डन में अति दिव्य दुर्लभ बीज मंत्रों के चमत्कारी महामांगलिक का शक्तिपात नूतन वर्ष के उपलक्ष में हुआ। इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों के अनेक शहरों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। वर्ष 2021 के आगमन से पूर्व लाइफ के "टर्निंग प्वाइंट" विषयक सॉल्यूशन मंत्रा कार्यक्रम को 27 शक्तिपीठों की प्रतिमाओं के अलौकिक दिव्यमंच से आयोजित किया गया। कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए कार्यक्रम में महामांगलिक एवं गुरु पूजन के लाभार्थी संतोषीलालजी छगनलालजी कोठारी परिवार कुक्षी वालों का सम्मान भी किया गया। इससे पूर्व वैश्विक स्तर पर रोग, कष्ट, दुख, संकट एवं आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे जनमानस को आध्यात्मिक दृष्टि से सुख-समृद्धि, स्वस्थ एवं संपन्नता प्रदान करने वाली महा मांगलिक दी गई।जिसे दुनिया भर में संतश्रीजी के अधिकृत यूट्यूब चैनल थॉट योगा से लाखों लोगों द्वारा लाइव देखा गया। विश्व कल्याण की कामना के साथ सामूहिक प्रार्थना कराते हुए डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने दैवीय शक्तियों को आकर्षित करने वाली यौगिक मुद्राओं को संकल्प एवं दृढ़ संकल्प की क्रियाओं की मय विस्तृत जानकारी के साथ अभ्यास कराया। गुरु पुष्य नक्षत्र महायोग की अमृतवेला में हुए इस कार्यक्रम में गुरुदेव श्री डॉ वसंतविजयजी मसा. ने 132 दिव्य मंत्रों के उच्चारण के साथ भक्ति भरे भजनों की संगीतमय प्रस्तुतियां भी दी। इस दौरान संत श्रीजी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में पाश्चात्य संस्कृति की ओर बढ़ते युवा वर्ग की दशा एवं दिशा बदलने के लिए धर्म एवं भक्ति मार्ग से जोड़े रखने के लिए नववर्ष की परिकल्पना को उसी रूप में उनकी समृद्धि के लिए साकार करने का बतौर साधक वे प्रयास कर रहे हैं। संतश्रीजी द्वारा इस अवसर पर ब्रह्मांड की सूक्ष्म तरंगों से वातावरण में मंत्रों के माध्यम से अयोग्य को योग्य बनाने के लिए अनाहत आवाज में मनविकार के दोषों को दूर करने का तथा प्राणी मात्र में ऊर्जा शक्ति बढ़ाने का मंत्र शक्तिपात किया गया। उन्होंने अपने आशीर्वादी प्रवचन में कहा कि वर्ष 2021 प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में निश्चित ही इक्कीस काम करेगा, इसके लिए विश्वास होना जरूरी है। वे यह भी बोले, ईश्वर मेरे हैं इस बात को भी यदि महत्व देंगे तभी जीवन में कल्याण होगा। कार्यक्रम में अपनी वर्षों की एवं प्रतिदिन साधना-जाप की ऊर्जा को श्रोताओं में पहुंचाने के लिए देव गुरु बृहस्पति का आह्वान किया एवं समस्त ग्रह-नक्षत्रों की प्रसन्नता के मंत्र उच्चारित किए। इनमें दरिद्रता के दमन, रोग नाशक, ऐश्वर्य-समृद्धि, पित्र दोष निवारण, परिवार में एकता व जगत कल्याण के अनेक बीज मंत्र शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान ही लोगों की जेब में सिक्के और नोट प्रकट हुए, वहीं चमत्कारों की श्रंखला देश और दुनिया में लाइव देखने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रारंभ हुई जो कि सेल्फी वीडियो से बड़ी संख्या में प्राप्त हुए।


तेरी हाथों की तकदीर बदलेगी..


 तेरी हाथों की तकदीर बदलेगी-जरा तू आजमा के देख ले.., मैंने झोली फैला दी ओ मैया-खजाना तू प्यार का लुटा दे.., भर दे झोली मेरी हो बाबा-लौटकर अब न जाऊंगा खाली.., दादा देने वाले हैं हम लेने वाले हैं.., गुरु मेरी पूजा गुरुगोविंद.. सरीखे अनेक संगीतमय भक्ति भजनों की प्रस्तुतियां भी संतश्री डॉ वसंत विजयजी मसा. ने उपस्थित जनसमूह की तालियों की विशाल गूंज के साथ दी। इस दौरान संगीतकार देवेश जैन, दीपक करणपुरिया व संतोष परमार की टीम ने संचालन किया। 


कृष्णगिरी में 5 मार्च से पद्मावती सिद्धि साधना शिविर 


तमिलनाडु प्रांत के कृष्णगिरी स्थित श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठधाम में पहली बार इस वर्ष 5 मार्च से 7 मार्च को पद्मावती सिद्धि साधना शिविर के आयोजन की घोषणा भी की गई। शक्तिपीठाधिपति डॉ वसंतविजयजी म.सा. की निश्रा में होने वाले इस त्रिदिवसीय शिविर में भाग लेने के लिए मोबाइल नंबर 877 012 8437 से पंजीकरण प्रारंभ किया गया है। भगवती की कृपा प्राप्त करने की आराधना का यह अनूठा आयोजन कृष्णगिरी तीर्थधाम में होगा।