उज्जैन। यहां के विश्व विख्यात श्री महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष के उपलक्ष्य में आस्था का जन सैलाब उमड पड़ा। मंदिर प्रशासन द्वारा एहतियातन पहले ही 30, 31 दिसंबर व 01 तथा 02 जनवरी को प्रोटोकाल के साथ ही सभी दर्शनार्थियों को बैरिकेड से दर्शन की व्यवस्था कर दी गई थी व नंदीहॉल, देहरी से दर्शन पूर्णतः रोक दिया गया था जो अत्यन्त कारगर रहा। जिला कलेक्टर व एसपी ने अलग अलग समय व्यवस्था का जायजा लिया व समीक्षा की। मंदिर अधिकारीद्वय गहलोत व द्विवेदी ने गणेश मंडप व विशिष्ट अतिथियों की व्यवस्था लगातार संभाली। वहीं जूनवाल ने प्रवेश से निर्गम तक नजर रखी। सहायक प्रशासनिक अधिकारी, श्री महाकालेश्वर मंदिर आरके तिवारी ने कार्तिकेय मंडप व पालकी स्थान में बेर्रीकेडिंग में बदलाव कर श्रद्धालुओं को बिना रूकावट सीधे सभी लाइनों में जाने की व्यवस्था की, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालू कम समय मे दर्शन कर सके व कहीं भी जन समुह एकत्रित नही हुआ। पुलिस व प्रशासन की टीम ने मुस्तेदी से कर्त्तव्य निर्वहन किया। सफाई, सुरक्षा व मंदिर कर्मचारीगण सभी स्थानों पर सक्रिय रहे।मंदिर प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी ने सभी स्टाफ सद्स्यों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी व बताया कि नए वर्ष मे हमारी प्राथमिकता सभी शहर व मंदिर के विकास संबंधी प्रोजेक्ट्स को समय पूर्व पूर्ण करने के साथ ही उज्जैन नगरी को विश्व पर्यटन के नक्शे में महत्वपूर्ण स्थान दिलाना रहेगी. कोविड व अन्य सुरक्षा, वेक्सीन प्रतीक्षा अनुरूप सभी व्यवस्थाएं चलेंगी, दर्शनार्थी गण उज्जैन से धार्मिक संस्कार के साथ एक सुखद स्मृति लेकर जावें यह हमारा प्रयास रहेगा.
मुम्बई के दर्शनार्थी राजेश मिश्र ने दिया आर्थिक सहयोग
मंदिर अधिकारी आरके तिवारी द्वारा लगातार यह प्रयास किया जा रहा है कि मंदिर की अधिकाँश व्यवस्थाओं को जन सहयोग व दानदाताओं के योगदान से पूर्ण किया जावे। वर्तमान में अनक्षेत्र विस्थापन कार्य पूर्णता की ओर होकर आधुनिक चिमनी व एग्जॉस्ट की क्लिष्ट व्यवस्था शिफ़्टिंग हेतु अधिकारी आर के तिवारी की प्रेरणा से मुम्बई के श्रद्धालु राजेश मिश्र ने तत्काल रु 20000 चेक से कार्य पूर्ण किये जाने हेतु प्रदान किये।