सूर्यदत्ता को विश्व की सर्वोकृष्ट शैक्षणिक संस्थान बनाएंगे : डॉ संजय
पुणे। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एज्युकेशन (एआयसीटीई) और कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआयआय) के संयुक्त तत्वावधान में किए गए सर्वेक्षण में टॉप इंडस्ट्री-लिंक्ड टेक्निकल इन्स्टिट्यूट्स में सूर्यदत्ता इन्स्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन (एसआयएमएमसी) तथा सूर्यदत्ता इन्स्टिट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एसआयबीएमटी) महाविद्यालय को प्लेटिनम कैटेगरी में स्थान मिला है। यानी भारत की टॉप मैनेजमेंट इन्स्टिट्यूट में शामिल होने का मान सूर्यदत्ता संस्था को मिला है। हाल ही में हुए वर्चुअल सीआयआय एजुकेशन समिट में सर्वेक्षण की रपट पेश की गई। 'एसआयएमएमसी' को यह लगातार छठी बार प्लेटिनम श्रेणी में शामिल होने का मान मिला है। कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग पुणे, डिपार्टमेंट ऑफ़ मैनेजमेंट, मराठवाडा मित्र मंडळ कॉलेज ऑफ फार्मसी इन संस्थाओ के साथ सूर्यदत्ता को रैंकिंग प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि औद्योगिक व शैक्षणिक संस्थाओं से सहयोग बढाने के उद्देश्य से एआयसीटीई व सीआयआय ने संयुक्त रूप से 2012 से यह सर्वेक्षण करना शुरू किया है। अभियांत्रिकी, व्यवस्थापन, औषधि निर्मिति व आर्किटेक्चर जैसी विद्याशाखाओं के सर्वेक्षण का इसमें समावेश है। इस सर्वेक्षण में तकनीकी संस्था उद्योगों से जोड़े गए हैं। पिछले नौ वर्षों से 'सीआयआय' ने 'एआयसीटीई' के माध्यम से सर्वेक्षण का काम शुरू रखा हुआ है। मूल्यांकन मापदंडों में गवर्नन्स (10%), पाठ्यक्रम (20%), प्राध्यापक वर्ग (20%), मूलभूत सुविधा (10%), सेवा / प्रकल्प व कौशल विकास (20%) व प्लेसमेंट (10%) का समावेश है। कुल 814 शिक्षा संस्थाओं ने इस सर्वेक्षण में हिस्सा लिया। इसमें 184 इन्स्टिट्यूट प्लेटिनम कैटेगरी में आए। उद्योगों को पूरक अभियांत्रिकी प्रशिक्षण तथा उपक्रम, बाजार की जरूरतों के अनुसार प्रतिभा निर्मिति, पाठ्यक्रम की रचना करते समय उद्योग जगत का सहभाग, उद्योगों का अध्ययन दौरा, प्रत्यक्ष प्रशिक्षण, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त प्रकल्प, उद्योगभिमुख प्रकल्प व कौशल प्रशिक्षण, विद्यार्थियों को मिले प्लेसमेंट, रोजगार संधि, स्टार्टअप्स जैसे अनेक मुद्दों पर आधारित यह सर्वेक्षण था।
इस उपलब्धि पर 'एसआयएमएमसी' के संचालक व 'सूर्यदत्ता' के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया एवं उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा चोरड़िया ने कहा कि संस्था के 'एसआयएमएमसी' को लगातार छठी बार यह मान मिलना हमारे लिए गौरव की बात है। यह सफलता सभी विद्यार्थी, प्राध्यापक, कर्मचारी, पूर्व विद्यार्थी, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहयोगी सभासद, संस्था, प्लेसमेंट देनेवाली कंपनियों की सक्रिय सहभागिता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि सूर्यदत्ता संस्था को विश्व की सर्वोकृष्ट संस्था बनाने की हमारी मंशा है। इसी दृष्टि से हम काम कर रहे हैं, इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर तथा उच्च गुणवता संशोधन की नियुक्त की है। उन्होंने कहा कि हम व्यवस्थापन-विकास कार्यक्रम, कन्सल्टन्सी, अप्लाइड रिसर्च, इंटर्नशिप टेंअर्स व इवेंट मैनेजमेंट आदी उपक्रम भी चलाते हैं। इससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होने में मदद मिलती है। डॉ चोरडिया ने कहा कि सूर्यदत्ता इन्स्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन (सीएमएमसी) भारत के गिनी चुनी संस्थाओं में से एक है जिसे लगातार छह वर्ष प्लेटिनम वर्ग में स्थान दिया गया है। यह यश सभी छात्र, प्राध्यापक, अल्युमिना और साथ सूर्यदत्ता से जुडी सभी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थान के सहकार्य से मिला है। सूर्यदत्ता को विश्व की बेहतर संस्था बनाने का हमारा प्रयास है। सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ से संलग्न 'एसआयएमएमसी' 'एआयसीटीई', महाराष्ट्र राज्य व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय मान्यताप्राप्त तथा 'नैक' द्वारा अधिस्वीकृति महाविद्यालय है। शिक्षा के साथ ही सूर्यदत्ता में विद्यार्थियों को उनकी रूचिनुसार अन्य क्षेत्रों में उनका कौशल दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इन व्यावसायिक व व्यक्तिगत विकास की प्रणाली से विद्यार्थियों की परवरिश उत्तमरूप से होती है। विभिन्न कार्यशाला, मार्गदर्शन सत्र नियमित रूप से आयोजित की जाती है। विद्यार्थियों के सामने आदर्श पेश करने के उद्देश्य से आज तक 300 से अधिक पद्म व नोबेल विजेताओं को सूर्यदत्ता ने सम्मानित किया है।
सर्वेक्षण के हाइलाइट्स
फूल सर्वेक्षण में शॉर्टलिस्ट हुई संस्था : 4486
फूल सर्वेक्षण में सहभागी हुई संस्था : 814
प्लॅटिनम रैंकिंग प्राप्त संस्था : 184
प्लॅटिनम रैंकिंग में महाराष्ट्र की संस्था : 53
गोल्ड रैंकिंग में संस्था : 246
सिल्व्हर रैंकिंग में संस्था : 384
'सूर्यदत्ता' से जुड़ने के लिए ९८८१४९००३६ अथवा ९७६३२६६८२९ इस नंबर पर या admission@suryadatta.edu.in / support@suryadatta.edu.in इस ईमेल पर संपर्क करे. अधिक जानकारी के www.suryadatta.org इस वेबसाइट पर भेट दे.