कोरोना के प्रति रहें अतिरिक्त सजग, कलक्टर Namit Mehta ने दिए रोजाना 1200 सैंपल लेने के निर्देश




बीकानेर, 05 जनवरी {CK NEWS}। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि कोरोना को लेकर वर्तमान में हमें अधिक सजगता व सावधानी बरतनी होगी। मेहता ने जिले में प्रतिदिन 1200 सैंपल लेने के निर्देश दिए। जिले की प्रत्येक पंचायत समिति में 100 सैंपल तथा जिला मुख्यालय पर 500 सैंपल लिए जाएं, साथ ही पीबीएम अस्पताल सहित जिले की अन्य सभी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के सभी संसाधन तथा दवा आदि का पुख्ता इंतजाम रहे। मेहता मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 तथा पल्स पोलियो की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में अन्य रोगियों के उपचार की स्थिति भी सामान्य बन जाए तथा कोरोना गाइडलाइन की पालना भी होती रहे। जिला कलक्टर ने कहा कि संक्रमितों की संख्या गत 4 दिनों में बहुत कम है, ऐसे में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में उन सभी रोगियों को भी भर्ती किया जाएं, जिस कंसेप्ट को लेकर इस भवन का निर्माण तथा उपकरण आदि लगाए गए। उन्होंने कहा कि एमसीएच विंग को कोरोना रोगियों के लिए आरक्षित रखा जाए तथा यहां डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ सहित अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी राउंड द क्लॉक रखी जाए, साथ ही करोना की जांच का कार्य भी सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ होना चाहिए।

विदेश से आने वाले हर व्यक्ति की हो जांच

मेहता ने चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह भी सुनिश्चित कर लें कि विदेश से जो व्यक्ति बीकानेर आता है तो उसके स्वास्थ्य का परीक्षण आवश्यक रूप से हो जाना चाहिए। मेहता ने कहा कि इसके लिए जिला मुख्यालय पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सभी ब्लॉक सीएमओ अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि विदेश से आया एक भी व्यक्ति जांच से ना छूटे। इसके लिए जिला मुख्यालय पर तथा ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह का सूचना तंत्र विकसित किया जाए कि जैसे ही किसी भी व्यक्ति के विदेश से आने की सूचना मिले उसे चिन्हित कर उसकी कोविड-19 और नए स्ट्रेन की जांच हो सके।

बर्ड फ्लू होने पर बचाव और उपचार के लिए करें जागरूक

जिला कलक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को कहा कि जिले में जितने भी कुक्कुट फॉर्म है वहां पर उचित प्रबंधन किया जाए और टीकाकरण किया जाए। साथ ही फाॅर्म के संचालक को यह बताए कि वह स्वच्छता रखे तथा उन्हें बताया जाए कि कीटाणुनाशन की प्रक्रिया ही बचाव का तरीका है। मेहता ने कहा कि अगर कहीं ऐसा लगता है कि इस क्षेत्र में बर्ड फ्लू फैल सकता है तो वहां सोडियम हाइड्रोक्साइड का घोल रखें। उन्होंने कहा कि फाॅर्म के मुख्य द्वार के मार्ग को कीटाणु रहित करने के पश्चात ही परिसर में प्रवेश किया जाए और फाॅर्म में छिड़काव करने वाले ग्लब्ज व डिस्पोजेबल बूट, कपड़े व मास्क आदि पहन कर कार्य करें तथा कार्य करने वाले व्यक्ति जब फाॅर्म से बाहर जाए तो लाल दवा अथवा साबुन से हाथ धोकर ही अन्य कार्य करें। मेहता ने संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि वे जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में अपने विभाग के द्वारा कुक्कुट पालन करने वालों को अभियान चलाकर कुक्कुट फॉर्म के प्रबंधकों को इस बारे में समझाइश करें, साथ ही फाॅर्म संचालक को यह भी बताएं कि अगर कहीं बर्ड फ्लू होने की संभावना हो तो उस फाॅर्म से पक्षी, अंडे आदि की बिक्री तत्काल रोक दी जाए और उन्हें नष्ट कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि फ्लू की संभावना को देखते हुए अगर संभव हो तो पक्षियों को भी क्वारंटीन किया जाए तथा ऐसे स्थानों पर आम आदमी के आवागमन पर भी रोक लगा दी जाए।