बीकानेर, 26 फरवरी (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान के जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने शुक्रवार को बीकानेर कहा कि वर्तमान में पानी का संरक्षण ही भविष्य को सुरक्षित बना सकता है। इसलिए पानी की एक-एक बूंद का सदुपयोग करें। वर्षा जल का संरक्षण करने से ही भू.जल का स्तर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भूगर्भ जल स्तर ऊपर आए, इसके लिए आवश्यक है कि वर्षा जल को संचित करना होगा तथा ऐसे स्थान जहां आसपास में पानी के कुएं और तालाब है, उस परिक्षेत्र में वर्षा जल के संचय पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर के लिए यह गौरव की बात है कि यहां मानव निर्मित विश्व की सबसे बड़ी नहर का पानी उपलब्ध है, जिसके माध्यम से 16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खेती हो रही है। उन्होंने कहा कि बीकानेर में अगले 10 दिन में एक और ट्यूबवैल कार्य करना प्रारंभ कर देगाए जिससे एक बड़ी आबादी को पीने का पानी और अधिक मात्रा में मिल सकेगा। महानंद तलाई स्थित नए ट्यूबवैल के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कल्ला ने कहा कि इस टयूबवैल पर 25 लाख से अधिक रुपए खर्च होंगे तथा महानंद तलाई के आसपास रहने वाले 20 हजार से अधिक व्यक्तियों को गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। डॉ कल्ला ने कहा कि पीने के पानी कि प्रदेश भर में कहीं कमी नहीं रहने दी जाएगी। सभी जिलों में पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बीकाजी की टेकरी के पास, रघुनाथ मंदिर परिसर के पास एक और ट्यूबवेल का निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए आवश्यक धनराशि और तकनीकी स्वीकृति शीघ्र ही जारी कर दी जाएगी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता दिलीप गौड तथा भूजल वैज्ञानिक शंकर लाल सोनी ने ट्यूबवेल के तकनीकी पहलुओं के बारे में बताया। इस अवसर पर महानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष घेवर चंद आचार्य, सचिव महेश आचार्य, बंशीलाल आचार्य, सागरमल आचार्य, नंदकिशोर आचार्य, रामनाथ आचार्य तथा मनोज कुमार व्यास ने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन हरि शंकर आचार्य ने किया।
ट्यूबवैल शिलान्यास समारोह में ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला बोले ; 20 हजार से अधिक व्यक्तियों को मिलेगा गुणवत्तायुक्त पेयजल