राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजी करण के विरोध में 15 व 16 मार्च को बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल



बीकानेर, 14 मार्च (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण करने के विरोध में सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी एवं अधिकारी 15 व 16 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगे। यूनाईटेड फोरम ऑफ  बैंक यूनियंस के जिला संयोजक वाई के शर्मा ने रविवार को बताया कि बीकानेर में स्टेट बैंक ऑफ  इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ  महाराष्ट्र, यूको बैंक, बैंक ऑफ  बड़ौदा, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ  इंडिया, कैनरा बैंक, इंडियन बैंक, सेंन्ट्रल बैंक ऑफ  इंडिया, सेन्ट्रल को-ऑपरेटीव बैंक व मरूधरा बैंक की सभी शाखाओं के अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। सीताराम कच्छावा ने बताया कि सोमवार, 15 मार्च को बैंककर्मी 11 बजे, बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेशन रोड़ से जिलाधीश कार्यालय तक वाहन रैली निकालेंगे। 16 मार्च को 12 बजे  बैंककर्मियों द्वारा जिलाधीश कार्यालय के समक्ष मानव श्रृंखला बनाई जाएगी तथा सरकारी बैंकों के निजीकरण का विरोध किया जाएगा, हड़ताल में सफाईकर्मी से लेकर शाखा प्रबंधक तक सभी बैंक कर्मचारी व अधिकारी हड़ताल में शामिल होंगे।


देशहित के कार्य में आगे बढ़कर बैंककर्मियों का सहयोग करने की इन्होंने की अपील

एन.सी.बी.ई के उप महासचिव मुकेश शर्मा, उपाध्यक्ष फयाज अहमद, मुकेश सेनी, पवन सिंघल, ऑल इंडिया एस.बी.आई. ऑफिसर एशोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी एम.एम. एल पुरोहित तथा मृत्युंजय ऑल राजस्थान एस.बी.आई. एम्पलाइज एशोसिएशन के अध्यक्ष सीताराम कच्छावा, बैंक ऑफ  बड़ौदा स्टाफ  यूनियन के उप महासचिव रामदेव राठौड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी.के. जोशी, अक्षय व्यास, ऑल इंडिया पी.एन.बी. ऑफिसर्स एसोसिएशन के सचिव राम प्रताप गोदारा, पी.एन.पी एम्पलाइज के यूनियन के अध्यक्ष हरि प्रसाद भादू, सचिव आनन्द ज्याणी, चन्द्र शेखर व्यास तथा यूनियन बैंक के जयशंकर खत्री समेत अनेक नेताओं ने इस 2 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में अधिक से अधिक मात्रा में बैंककर्मियों को आकर कार्यक्रमों को सफल बनाने का आहवान किया तथा जनता से राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण का विरोध करने के इस देशहित के कार्य में आगे बढ़कर बैंक कर्मियों का सहयोग करने की अपील की हैं। 


इन यूनियनों ने किया देशव्यापी हड़ताल का समर्थन

केन्द्रीय ट्रेड यूनियन के सीटू, एटक, इंटक, एच.एम.एस., बी.एस.एन.एल यूनियन, रोड़वेज कर्मचारी यूनियन, राज्य कर्मचारी महासंघ, शिक्षक संघ (शेखावत) आदि ट्रेड यूनियनों ने बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण का विरोध किया हैं।