त्रिदिवसीय आयोजन में ड्रमर शिवमणि सहित कलाकारों ने दी संगीतमय भक्ति प्रस्तुतियां
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरुजी सहित अनेक ने किया राष्ट्रसंत का सत्कार
कृष्णगिरी। एक श्रद्धालु को जब तक अपने इष्ट को आकर्षित करने की शक्ति प्राप्त नहीं होती तब तक उसे दैवीय कृपा भी नहीं मिल सकती है। शरीर में ऊर्जा होगी तभी इसकी साधना सिद्ध होगी। यह कहा श्री कृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, सर्वधर्म दिवाकर, परम पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने। वे शनिवार को यहां अपने 52 वें अवतरण दिवस पर आयोजित त्रिदिवसीय श्री पद्मावती मंत्र सिद्धि साधना शिविर में बोल रहे थे। देश और दुनिया के विभिन्न प्रांतों-शहरों से आए बड़ी संख्या में भक्त जनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आराध्य और आराधक दोनों में शक्ति होनी जरुरी है, तभी इच्छित फल की प्राप्ति होगी। शिविर में भाग लेने वाले गुरुभक्तों को दिए गए यंत्र की 2120 दिव्य बीज मंत्रों से प्राण प्रतिष्ठा व न्यास विधि कराते हुए उन्होंने कहा कि मां की अलौकिक शक्ति को पहचानने पर ही भक्ति सार्थक होगी। चमत्कारी संतश्री डॉ वसंत विजय जी महाराज साहब ने शास्त्रोक्त प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि मां की कृपा पाने से पहले उसके स्वरुप का ज्ञान होना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा, श्रद्धाभाव एवं अटूट विश्वास से की गई भक्ति से मां सरस्वती ज्ञान देती है, मां लक्ष्मी धन देती है, धन्वंतरी आरोग्य, सूर्य पितृकारक व चंद्रमा मन का कारक है, जबकि माता पद्मावती अपने भक्तों को सर्व सुख समृद्धि गरिमा, अणिमा, अष्ट सिद्धियां प्रदान करने वाली व भय, रोग, दुःख, शत्रुओं का नाश करने वाली, अपनी तेजोमयी मुस्कान से विश्व जगत के हर प्राणी को फलित सौभाग्य प्रदान करती है।भक्ति की शक्ति में श्रद्धा भाव की प्रेरणा देते हुए उन्होंने स्वर्ग से सुंदर दुनिया के एकमात्र विश्वस्तरीय श्रीकृष्णगिरी तीर्थधाम-मंदिर में पूजा, भक्ति और मां से साक्षात करने की सीख दी। कार्यक्रम में गुरु भक्त एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लोकप्रिय ड्रमर आनंदन शिवमणि ने शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर श्रमण संघीय संतश्री पंकजमुनिजी, वरुणमुनिजी, अशोक चोपड़ा, अरविंद कोठारी, विजयराज दोशी, विनोद आचार्य, प्रकाश सिंघवी, कैलाश बोहरा आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे। नई दिल्ली के कलाकार शीतल पांडे ने सुरमयी भजनों की प्रस्तुतियों पर सभी को झूमने पर मजबूर किया। इस अवसर पर श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के पुजारी श्रीदिनेश गुरुजी ने राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंतविजयजी मसा. को रुद्राक्ष माला पहनाकर, दुपट्टा ओढ़ाकर व बाबा महाकाल की प्रतिकृति तथा प्रसाद भेंटकर सत्कार किया। बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने भी संतश्रीजी को जन्मदिन विशेष पर कांबली ओढ़ाकर, वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। शिवमणि ने गुरु चरणों में शीश नवाकर संत श्रीजी से आशीर्वाद प्राप्त किया। शिवमणिजी व दिनेशगुरुजी का भी सम्मान किया गया। अनेक लाभार्थी परिवारों ने कार्यक्रम में विभिन्न पूजन, आरती व गुरु वंदन का लाभ लिया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण गुरुदेव डॉ वसंतविजयजी मसा. के ऑफिशियल यूट्यूब चेन्नल थॉट योगा से लाइव किया गया।