पीपा जयंती पर "सिलाई कला बोर्ड "के गठन की मांग




Bikaner :
आज संत शिरोमणि श्री पीपा जी महाराज की 698 वीं  जयंती पर ,"श्री पीपा क्षत्रिय समाज"  की मीटिंग का आयोजन अध्यक्ष सीताराम कच्छावा द्वारा किया गया। 
इस मीटिंग में समाज के सचिव पुखराज तंवर,कोषाध्यक्ष श्याम लाल चौहान, उच्च सदन सदस्य हनुमान सोलंकी, हनुमान दैया, गिरधर लाल सोलंकी, कन्हैयालाल टाक, जे.पी. टाक, कार्यकारिणी सदस्य मुरलीधर दैया, सुरेश सोलंकी, भंवरलाल दैया, तथा विशाल सोलंकी आदि उपस्थित थे। इस मीटिंग में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत ,ऊर्जा,जल संसाधन एवं कला संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला जी  तथा  अर्जुनराम जी मेघवाल, संसदीय कार्य एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री को पत्र प्रेषित कर राजस्थान में ,सिलाई कला एवं सिलाई का कार्य करने वाले वाले श्री पीपा क्षत्रिय समाज के  कारीगरों को संरक्षण ,मार्गदर्शन ,सहायता तथा प्रोत्साहन देने के लिए " सिलाई कला बोर्ड" के गठन की मांग की गई। डॉ .बी,डी. कल्लाजी तथा श्री अर्जुनराम जी मेघवाल ने इस दिशा में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। सभी सदस्यों ने मांग की ,कि देश के विभिन्न राज्यों में परंपरागत कामगार -समाजों जैसे काष्ठ- कार समाज ,विश्वकर्मा समाज ,सेन समाज ,बुनकर समाज आदि के परंपरागत कार्यों को संरक्षण एवं प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न राज्यों में बोर्ड का गठन किया गया है ।राजस्थान में भी "शिल्प एवं माटी-कला बोर्ड " "केश-कला बोर्ड " आदि  का गठन इसके उदाहरण हैं । मध्यप्रदेश में" सिलाई कला मंडल "का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष को कैबिनेट मंत्री का  दर्जा दिया गया है। अतः "  शिल्प एवं माटी कला बोर्ड" तथा "केश कला बोर्ड "की तरह ही राजस्थान में "सिलाई कला बोर्ड" का गठन  किया जाए ,ताकि परम्परा गत सिलाई कार्य करने वाले,"श्री पीपा क्षत्रिय समाज " के लोगों को सिलाई कार्य हेतु अनुदान देने,ब्याज  मुक्त ऋण/न्यूनतम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने तथा उनके उत्पादों का प्रचार ,प्रसार उचित मूल्य दिला कर एवँ अन्य सहयोगी उपायों से सिलाई कला एवं कारीगरों का सरंक्षण ,विकास एवं सहायता प्रदान की जा सके।