ऊंट उत्पादों से बीमारियों का निदान विषय अन्तर्राष्ट्रीय वेबसिम्पोजियम सम्पन्न




बीकानेर 22 जून (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान के बीकानेर में बीकानेेर इंटर डिस्प्लनरी रिसर्च कन्जोटियम, राजकीय डूंगर महाविद्यालय द्वारा ऊँट उत्पादों से बिमारियों का निदान विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय वेबसिम्पोजियम की शुुरूआत अमेरिका की क्रिस्टीना एडमस के साथ अन्य अतिथियों द्वारा की गयी। सहायक निदेशक डॉ राकेश हर्ष ने बताया कि मुख्य अतिथि डॉ साहू ने सरसों के तेल में सल्फ र का आंकलन, कैमल मिल्क का प्रोटिओंमिक्स जैसे विषयों को विस्तार से बताया। विशिष्ट अतिथि डॉ आर.पी. अग्रवाल ने कैमल मिल्क द्वारा डायाबिटीज निदान के बारे में जानकारी देते हुए राइका प्रजाति की विशिष्टताओं को इंगित किया। कीनोट स्पीकर कैलिफ ोर्निया अमेरिका की क्रिस्टीना एडमस ने कैमल मिल्क द्वारा आटिज्म जैसी गंभीर बिमारी के निदान के बारे में किए गये प्रायोगिक अध्ययन को पावर पाइंट के माध्यम से समझाया। क्रिस्टीना द्वारा रचित पुस्तक क्रेजी फ ार कैमल पर विशेष चर्चा हुई। क्रिस्टीना ने राजस्थान विशेष कर ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर बीकानेर में किये जा रहे शोध कार्यों को अपने व्याख्यान में रेखांकित किया। वेबसिम्पोजियम का आकर्षण ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर द्वारा निर्मित एवं अब्दुल शाहिद द्वारा निर्देशित साईंस फि ल्म 'कैमल मिल्क व आटिज्म' तथा कैमल मिल्क फ ार डायबिटीज रही। इस वेबसिम्पोजियम के दौरान पहली बार आन लाईन क्विज का आयोजन किया गया जिसमें 100 से अधिक  प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेताओं के नामों की घोषणा क्रिस्टीना एडम्स द्वारा की गई। कन्वीनर डॉ एच.एस. भंडारी ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम में अमेरिका, ब्राजील, सऊदी अरब, स्पेन, आस्ट्रेलिया जैसे देशों सहित भारत वर्ष से 350 प्रतिभागी उपस्थित रहे। वेबसिम्पोजियम सचिव डॉ एस के वर्मा ने बीआईआरसी द्वारा अन्र्तसंकाय शोध कार्यों की अवधारणा के बारे में बताते हुए इसके फ ाउंडर डॉ नरेन्द्र भोजक, डॉ रवीन्द्र मंगल व डॉ सुमन शर्मा को धन्यवाद अर्पित किया। जूम प्लेटफ ार्म पर आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ आर के पुरोहित, डॉ एस एन जाटोलिया, डॉ राजाराम, डॉ उमा राठौड़, डॉ एस के यादव, डा सुषमा जैन सहित पचास से अधिक संकाय सदस्यों ने भाग लिया। वेबसिम्पोजियम के को-पैर्टन डॉ ए.के यादव ने समापन सत्र में आभार व्यक्त करते हुए ऐसे कार्यक्रम की महत्ता को छात्रहित में बताया।