बीकानेर, 22 जून (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। विश्व ऊँट दिवस के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) द्वारा 'कैमल, क्लाईमेट चेंज एण्ड ग्लोबलाईजेशन:चैलेंजेज फोर साइंस' विषयक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन मंगलवार को किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ त्रिलोचन महापात्र एवं उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) डॉ बी एन त्रिपाठी ने इस महत्वपूर्ण वेबिनार के सफल आयोजन हेतु केन्द्र के निदेशक डॉ आर्तबन्धु साहू को बधाई संप्रेषित करते हुए ऊँट प्रजाति के संरक्षण, नूतन आयामों में इसके विकास तथा इनमें नवाचार लाने की दिशा में इस वेबिनार को महत्वपूर्ण बताया। एनआरसीसी द्वारा वर्चुअल रूप में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में बतौर मुख्य वक्ता डॉ बर्नाड फाय, अध्यक्ष, आईसोकार्ड एवं एफएओ सलाहकार, फ्रांस ने वैश्विक स्तर पर ऊँटों की उपलब्ध आबादी, ऊँट के दूध एवं मांस उत्पादन, पशुचारणता में परिवर्तनों तथा वर्तमान समय में वनस्पतियों में आई कमी आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि यद्यपि उष्ट्र बाहुल्य कुछ देषों में ऊँटों की आबादी घट रही है परंतु यदि वैश्विक स्तर पर इसका आकलन करें तो यह बढ़ भी रही है। डॉ फाय ने ऊँटों से प्राप्त उत्पादों यथा दूध, मांस, चमड़ा, ऊन आदि की वैश्विक स्थिति का हवाला देते हुए इस बात पर जोर दिया कि हमें उष्ट्र प्रजाति के विकास एवं संरक्षण हेतु विश्व में इसकी उत्पादकता को बढ़ाना चाहिए ताकि विपणन की दृष्टिकोण से भी इसमें आषातीत वृद्धि संभव हो सके। इस अवसर पर बतौर संरक्षक मुख्य अतिथि के रूप में वेटरनरी विवि के पूर्व कुलपति डॉ ए के गहलोत ने कहा कि सेना.पुलिस द्वारा निगरानी कार्यों, पर्यटन आदि क्षेत्रों के नए आयामों के रूप में ऊँटों का बढ़ता उपयोग आज भी इसकी प्रासंगिकता को सिद्ध करता है। सह अध्यक्ष के रूप में डॉ ए के त्यागी, सहायक महानिदेशक, आईसीएआर, नई दिल्ली, वेबिनार के सह अध्यक्ष एवं केन्द्र के निदेशक डॉ आर्तबन्धु साहू ने भी विचार रखे। इस अवसर पर केन्द्र द्वारा एक किसान विचार गोष्ठी में वेब पोर्टल के माध्यम से जुड़े लगभग 20 किसानों में से उष्ट्र.कल्पन व्यवसाय को बढ़ावा देने हेतु केन्द्र द्वारा प्रशिक्षित ऊँट पालकों वीरेन्द्र लुणू एवं अमराराम को इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु सम्मानित भी किया गया। साथ ही केन्द्र द्वारा एससीएसपी उपयोजना तहत उत्तम नस्ल का एक नर ऊँट भी किसानों को भेंट किया गया। वेबिनार के आयोजक सचिव केन्द्र के डॉ सुमन्त व्यास, प्रधान वैज्ञानिक द्वारा इस वेबिनार से जुड़े सम्मानित अतिथियों, उष्ट्र पालकों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
विश्व ऊंट दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार : उष्ट्र बाहुल्य देशों मेें घट रही है ऊंटों की आबादी : डॉ. बर्नाड