सीके न्यूज/छोटीकाशी डॉट पेज। राजस्थान के ऊर्जा मंत्री डॉ बी.डी.कल्ला ने रविवार को बीकानेर में कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए अनेकों देशभक्तों ने अपना बलिदान दिया। देश की स्वतंत्रता के लिए भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में अनेक सेनानी जेल गए और अंग्रेजों का विरोध किया। पूरे देश के साथ बीकानेर के परिवारों की तीन-तीन पीढिय़ां भी देश की आजादी के लिए जेल गई। इन देशभक्तों के त्याग और बलिदान के कारण ही हम अंग्रेजों की दास्तां से आजाद हुए। स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड निरीक्षण के बाद उन्होंने यह बात कही। उन्होंने बीकानेर शहर में 600 करोड़ रुपये की वृहद पेयजल योजना के बारे में बताया और कहा कि इससे वर्ष 2052 तक कि पेयजल आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकेगी। कल्ला ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालें तथा कोरोना प्रबंधन में प्रभावी योगदान देने वाली 59 प्रतिभाओं तथा संस्थाओं का स्वाधीनता दिवस के मुख्य समारोह में प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पहले मार्च पास्ट में प्लाटून ने कदम से कदम मिलाकर देश की एकता एवं अखण्डता का संदेश दिया। परेड कमांडर दीपचंद ने मार्च पास्ट का नेतृत्व किया। इसमें आरएसी की तीसरी व दसवीं बटालियन, राजस्थान पुलिस, राजस्थान महिला पुलिस, बॉर्डर होमगार्डस, राजस्थान अरबन होमगार्डस, एनसीसी की सात राज.बटालियन तथा महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय की टुकड़ी शामिल हुई। इससे पूर्व डॉ कल्ला ने शांति के प्रतीक सफेद कपोत और रंग बिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े। इस दौरान आरएसी तथा राजस्थान पुलिस के बैण्ड ने सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरी। राज्यपाल का प्रदेश की जनता के नाम सन्देश का पठन एडीएम प्रशासन बी एल धोजक ने किया। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। इस अवसर पर योग-व्यायाम का प्रदर्शन किया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जागरूकता के सम्बंध में गीत और नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त बी.एल.मेहरा, कलेक्टर नमित मेहता, एसपी प्रीति चन्द्रा, एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त ए.एच.गौरी, मदन मेघवाल, यशपाल गहलोत, महेंद्र कल्ला, बिशनाराम सियाग, सुमित कोचर, राहुल जादूसंगत, डी के कल्ला, एनसीसी सात राज बटालियन के कर्नल विनोद कुमार शर्मा, जीजी भाई, सीओ स्कॉउट जसवंत सिंह राजपुरोहित सहित जनप्रतिनिधिगण, स्वतन्त्रता सेनानियों के परिजन, अधिकारी, कर्मचारी और आमजन भी उपस्थित रहे।
देश की स्वतंत्रता के लिए नेहरु के नेतृत्व में अनेक सेनानी जेल गए और अंग्रेजों का विरोध किया : मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला