बीकानेर। शिक्षक सिर्फ शिक्षा देने का कार्य ही नहीं करता वरन् राष्ट्र का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाता है। वर्तमान परिप्रेक्ष में शिक्षकों की भूमिका और भी महताऊ हो गई है, जब स्पर्धा के इस दौर में नव युवा अनेक प्रकार की कुंठाओं से घिर गया है, ऐसे में एक शिक्षक ही इन युवा प्रतिभाओं को कुंठा से उबारकर नव अंकुरण की ओर ले जाने का कार्य कर सकता है।
ये विचार शिवबाड़ी के अधिष्ठाता महंत श्री विमर्शानंद गिरि महाराज ने बीकाणा संवाद, बीकाजी ग्रुप व टाइगर इंडस्ट्री की ओर से आयोजित 'शिक्षक गौरव सम्मान-2021 में जिला उद्योग संघ ऑडियोटोरियम में शिक्षकों व मार्जाओं का सम्मान करते हुए कहे। महाराज ने कहा कि बीकाणा संवाद ने एक नवाचार करते हुए शहर के मार्जाओं का सम्मान किया जो वाकई एक अनूठी पहल है। इन मार्जाओं का सम्मान कर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षण पद्धत्ति पर एक बार पुन: मंथन करना होगा और कुछ ऐसे बदलाव करने होंगे ताकि भविष्य में हमें एक बार फिर से चाणक्य जैसे शिक्षक व चन्द्रगुप्त मौर्य से शिष्य मिल सकें।
इससे पूर्व माँ सरस्वती की वंदना की गई। स्वामी विमर्शानंद गिरि महाराज, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुनील बोड़ा व सहायक जनसंपर्क निदेशक हरिशंकर आचार्य ने माँ सरस्वती के तेलचित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम अपने गुरुओं को नमन किया और सभागार में मौजूद समस्त मारजाओं व शिक्षकों का आशीर्वाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा शिक्षक ही है जो युवा पीढ़ी को मुख्य धारा से जोडऩे का कार्य करता है, बिना शिक्षकोंं के आशीर्वाद के कामयाबी नहीं मिल सकती। उन्होंने मारजा पद्धत्ति को जीवंत रखने के लिए अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करने का आश्वासन भी दिया।
सहायक जनसंपर्क निदेशक हरिशंकर आचार्य ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को माारजाओं की महत्ता व उनकी गणना पद्धत्ति के बारे में जानना अति आवश्यक है नहीं तो यह पद्धत्ति धीरे-धीरे लुप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि गणित की जटिल से जटिल गणनाओं को मारजा पद्धत्ति के माध्यम से आसानी से हल किया जा सकता है, लेकिन विडंबना है कि इस पद्धत्ति को जीवंत बनाए रखने के लिए कोई सकारात्मक प्रयास नहीं हो रहे हैं।
कार्यक्रम में शहर के छ: मार्जाओं व 20 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया गया। कोविड गाइडलाइन की अनुपालना मेें इस सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के सहयोगी पंडित कृष्णचंद्र मेमोरियल न्यूरोसांइसा अस्पताल के डॉ. अच्युत त्रिवेदी, बिनानी एक्स-रे क्लिनिक एण्ड डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉ. आनंद बिनानी व जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पचीसिया थे। आउटरीच पार्टनर पब्लिक एप था।
इनका हुआ सम्मान
मारजा : बृजरतन पुरोहित, सूरजकरण व्यास, लक्ष्मीचंद आचार्य (चोरिया महााराज), बृजलाल जोशी (तपसीजी), गिरधारीलाल सेवग, भंवरलाल ओझा।
सेवानिवृत्त शिक्षक : डॉ. स्नेह नागर, संतोष कच्छावा, सुशीला देवी हर्ष, शकुंतला देवी स्वामी, रामकुमारी व्यास, सुनील हर्ष, दुर्गादास चूरा, मोहनलाल ब्राह्मण, सुरेन्द्र कुमार व्यास, केशवलाल श्रीमाली, ठाकुरदास स्वामी, विष्णुदत्त रंगा, प्रदीप कच्छावा, बसंत सिंह मान, रामनारायण स्वामी, मदनमोहन व्यास (एसपी), शिवकुमार व्यास, रामलाल व्यास, नारायण दास पुरोहित। राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित दीपक जोशी का भी इस अवसर पर विशेष सम्मान किया गया।