CK NEWS/CHHOTIKASHI जयपुर : 63 कैवेलरी ने आज बैटल ऑनर दिवस 'बोगरा' की 50वीं वर्षगांठ मनाई। केवल 13 वर्ष में 1957 में गठित इस रेजिमेंट ने 1971 में बांग्लादेश संग्राम के दौरान अपनी ताकत साबित की और ‘बैटल ऑनर बोगरा’ और 'थिएटर ऑनर पूर्व पाकिस्तान'का सम्मान पाया। ऑपरेशन कैक्टस लिली के दौरान, 63 कैवेलरी, पूर्वी थिएटर में टी-55 टैंक वाली एकमात्र आर्मर्ड रेजिमेंट थी जिसने 1971 के युद्ध में अपना पराक्रम दिखाया। हर तरफ से दुश्मन पर हमला करते हुए दुश्मन को हराया जिसके कारण 63 कैवलरी को दुश्मन द्वारा 'द घोस्ट रेजीमेंन्ट'का नाम दिया गया। 5 (इंडिपेंडेंट) आर्म्ड स्क्वार्डन सहित 63 कैवलरी 1971 के युद्ध में ढाका पहुंचने वाले पहले आर्म्ड रेजिमेंट थी। रेजिमेंट को एक वीर चक्र, तीन सेना पदक, तीन मेंशन इन डिस्पैच और एक सीओएएस प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। रेजिमेंट ने एक समारोह आयोजित किया जिसमे बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के उप्लक्षय में सूरतगढ़ सैन्य स्टेशन में बोगरा दिवस मनाया