मंत्रिमण्डलीय निर्णय गौचर भूमि में कब्जाधारियों को पटटे जारी करने के निर्णय विरोध मेें देवीसिंह भाटी का धरना 13 को











CK NEWS / CHHOTIKASHI बीकानेर, 8 जनवरी। राजस्थान सरकार मंत्रीमण्डल की बीते दिनों हुई बैठक में औरण-गौचर-चारागाह भूमि पर जो पुराने अतिक्रमण किए हुए है उन्हें पट्टे जारी करने के निर्णय का विरोध जताते हुए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने 13 जनवरी को अनिश्चितकालीन धरना लगाने की घोषणा की है। भाटी ने राज्य सरकार को पत्र भिजवाकर यह निर्णय वापिस लेने की बात भी कही है अन्यथा मजबूरन भाटी समेत साधु, संत, गौप्रेमी, पशुपालक शरह नथानियान गौचर भूमि पर धरने पर बैठ जाएंगे। भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि भाटी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लिया गया निर्णय सरासर गलत है इससे अतिक्रमियों को और प्रोत्साहन मिलेगा। भाटी ने कहा कि  इसी सरकार द्वारा वर्ष-2021 में चारागाह भूमि विकास हेतू ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा महानरेगा के तहत गौचर औरण चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने हेतू बड़ा निर्णय लिया गया था तथा इसी भूमि को विकसित करने के लिए महानरेगा के तहत घास, स्थानीय प्रजाति के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे जिससे गौवंश पशुधन चराई कर सके साथ ही ऐसे स्थानों पर जो अतिक्रमण होंगे उन्हेें भी ग्राम पंचायत, तहसीलदार, कलक्टर के माध्यम से मुक्त करवाए जाने के निर्देश जारी किए गए थे। वह उस समय का भारतीय संस्कृति व शून्य आधारित अर्थव्यवस्था पर अच्छा विचार था लेकिन अपने ही निर्णय के विपरीत जाकर 15 दिसम्बर 2021 को गहलोत सरकार ने अतिक्रमणकारियों को पट्टे जारी करने का निर्णय लेकर राज्य के सभी गौप्रेमियों व पशुप्रेमियों को आहत किया है। पूर्व में हमारे ही पूर्वजों व दानदाताओं द्वारा गौवंश व पशुओं को पालन हेतू जो भूमि छोड़ी थी उस पर भी सरकार द्वारा नाजायज हक जताया जा रहा है। राज्य सरकार को चाहिए था कि ऐसी भूमि पर कब्जे की नीयत से जाए तुरंत उन्हें बेदखल करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की हो। बांठिया ने कहा कि सरकार द्वारा अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो देवीसिंह भाटी अपने अनिश्चितकालीन धरने को भूख हड़ताल में बदल देंगे।हिन्दुस्थान समाचार/राजीव