बीकानेर क्षेत्र में उत्पादित बेर की प्रदेश, देश के विभिन्न हिस्सों में मांग, 1.92 हजार में हुई नीलामी





CK NEWS/CHHOTIKASHI बीकानेर। राजस्थान में बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान केंद्र पर बेर फलों की नीलामी हुई। नीलामी में सात ठेकेदारों ने भाग लिया और बीछवाल गांव के मदाराम ने उच्चतम उच्चतम 1.92 हजार बोली लगाकर नीलामी अपने नाम की। क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान डॉ एस आर यादव ने यहां बताया कि नीलामी में फलों में गोला, सेव, उमरान एवं गोमा कीर्ति प्रजातियों के बेर फल शामिल है। इनकी विशेषता है कि इनमें किसी प्रकार के रोग, व्याधि एवं कीटों का प्रकोप नहीं है। बीकानेर क्षेत्र में उत्पादित बेर की मांग प्रदेश एवं देश के विभिन्न हिस्सों में रहती है। इस समय केन्द्र के बगीचे में गोला प्रजाति के 140, सेव के 40, उमरान के 55 एवं गोमा कीर्ति के 35 पौधों पर अच्छी मात्रा में फल लगे हुए है जो कि अच्छे रंग, आकर्षण एवं आकार में है। गोला किस्म के फलों का आकार गोल रंग पीला, चमकदार, फल मुलायम व रसीले है एवं औसत पैदावार 80 किलोग्राम प्रति पेड़ होती है। सेव यह जल्दी पकने वाली किस्म है। इसमें घुलनशील ठोस पदार्थ 20.7 प्रतिशत, विटामिन सी 85 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम एवं औसत पैदावार 80 किलो प्रति पेड़ है। गोमा कीर्ति यह सूखा सहनशील एवं जल्दी पकने वाली किस्म है जो बीकानेर क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। उमरान देरी से पकने वाली एवं अधिक पैदावार देने वाली किस्म है। फल आकार में काफी बड़े होते है। पकने पर फलों का रंग भूरापन लिये हुए पीला होता है। मोटा छिल्का एवं औसत पैदावार 150 किलोग्राम प्रति पेड़ होती है।