बीकानेर, 27 जनवरी (सीके न्यूज।छोटीकाशी)। राजस्थान के पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के मंत्री मण्डल में लिए गये गोचर, ओरण, पायतन व चारागाह भूमि पर पट्टे जारी करने के निर्णय के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना अनवरत जारी हैं। गोहितार्थ, राष्ट्र हितार्थ सब कुछ छोड़कर धरने पर बैठे देवीसिंह 'सीमान्त शेर' है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस तरह गाय, गोचर, संस्कार, संस्कृति व परम्परा को बचाने के लिए कार्य कर रहे है वैसे राजस्थान में देवी सिंह भाटी कार्य कर रहे है यह उद्बोधन तारातरा मठ बाड़मेर के मंहत व बाबा रामदेव के सहपाठी प्रताप पुरी ने धरना स्थल पर दिया। महन्त ने कहा कि भाटी परमार्थ के लिए कार्य कर रहे है हमारे पूर्वजों ने संरचना की वह वैज्ञानिक है हमारी संस्कृति मानव को मानव बनाती है आज स्वार्थ ने दानव-दैत्य बना दिया। संस्कृति, संस्कार भूल रहे है गाय, गोचर, धर्म के ऊपर से गुजर रहे है हम क्या थे और क्या हो रहे है। आज राजस्थान में भाटी जो कार्य कर रहे है, वह दूरदृष्टि रख कर रहे है। भाटी प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि आज धरना स्थल को सम्बोधित करते देवी सिंह भाटी ने कहा कि गाय, गोचर के बगैर संस्कार बचने मुश्किल है। आज मैंने जो बीड़ा उठाया उसमें पूरे प्रदेश का समर्थन मिल रहा है। सरकारों ने समाज का नियन्त्रण खत्म कर दिया। धरना स्थल पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व गंगा जुबली पिंजरा प्रोल के ट्रस्टियों के अध्यक्ष जनार्दन कल्ला, पिंजरा प्रोल के अध्यक्ष राजेश बिन्नाणी, ट्रस्टी व गौ प्रेमी देव किशन चांडक, श्रीराम अग्रवाल, रामगोपाल अग्रवाल, शिव बाबु अग्रवाल, लाल राठी, उद्योगपति लालजी कल्ला, भाजपा युवा मोर्चा देहात अध्यक्ष जसराज सींवर ने भाटी के धरने का समर्थन दिया। बांठिया ने बताया कि गुरुवार को जसनाथ जी सिद्ध के अनुयायी कतरियासर के बिरबल नाथ, विप्र फाउंडेशन के संस्थापक व संयोजक सुशील ओझा ने भाटी से दूरभाष पर बात करके अपना समर्थन पत्र भी भिजवाया है। वहीं पांच गौशालाओं की देख रेख करने वाले नोखा के बनवारी लाल डेलू, सुरजड़ा पूर्व सरपंच प्रभुराम नाई, हदां पूर्व सरपंच नारायणसिंह, रणधीसर के चनेखां, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष बुलाकीराम गहलोत, सेवानिवृत पुलिस अधिकारी मुरलीधर किराडू, गायकार नवदीप बीकानेरी, भाजपा के पूर्व पार्षद व मण्डल अध्यक्ष शिव कुमार रंगा, आदर्श शर्मा, शम्भू गहलोत ने भी धरनास्थल पहुंचकर अपना समर्थन जताया।
गोहितार्थ, राष्ट्रहितार्थ धरने पर बैठे देवीसिंह 'सीमांत शेर' : महंत प्रताप पुरी