सीमा चौकी सांचू जाकर ऐतिहासिक व सामरिक महत्व के बारे में जाना....
बीकानेर, 30 अप्रैल (CK NEWS/CHHOTIKASHI)। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित सीमा चौकी सांचू पर दिन-रात निगरानी करते सीमा सुरक्षा बल के जवानों और सीमावर्ती क्षेत्रों में आम जनजीवन खेती-बाड़ी और मरुस्थलीय वनस्पतियों को देखना एक अलग अनुभव है। यह कहना है कृषि वैज्ञानिक चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ ए के श्रीवास्तव का। श्रीवास्तव ने स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर पी सिंह और राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंस, कुलपति डॉ सतीश के गर्ग के साथ सीमा चौकी सांचू जाकर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को देखा और यहां के ऐतिहासिक व सामरिक महत्व के बारे में जाना। भ्रमण के दौरान बीएसएफ के अधिकारियों ने 1965 के युद्ध की स्मृतियां साझा करते हुए बताया कि किस तरह सांचू सीमा चौकी का एक अलग सामरिक महत्व है। कुलपति प्रो. सिंह ने भ्रमण कार्यक्रम के लिए बीएसएफ डीआईजी श्री पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ एवं उनकी टीम सीमा सुरक्षा बल के उच्च अधिकारी कमांडेंट व प्रभारी इंचार्ज तिलक छेत्री, महेश चंद, भवानी सिंह के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत व विशेषाधिकारी इंजीनियर विपिन लड्ढा भी मौजूद रहे।