: कर्नाटक के राज्यपाल ने कृष्णगिरी के श्रीपार्श्व पद्मावती तीर्थ धाम में शीश नवाया
: पूज्य गुरुदेव बोले, गेहलोत का सादगी परक व्यक्तित्व देश सेवा में सराहनीय
कृष्णगिरी। कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गेहलोत रविवार को तमिलनाडु राज्य के विश्व विख्यात तीर्थ श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ धाम पहुंचे। राज्यपाल ने यहां शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंत विजय जी महाराज साहब के दर्शन-वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान राज्यपाल ने तीर्थ धाम में प्रभु श्री पार्श्व पद्मावती की अतिदिव्य प्रतिष्ठित प्रतिमाओं के समक्ष शीश नवाया तथा देश और दुनिया में शांति व खुशहाली की कामना की। इस मौके पर राज्यपाल गेहलोत ने यहां श्री पार्श्व प्रभु के चतुरमुखी 421 की ऊंचे निर्माणाधीन विश्व के सबसे बड़े मंदिर का अवलोकन किया तथा इस बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने धाम के संस्थापक, राष्ट्रसंत डॉ वसंत विजय जी महाराज साहब को इस धरा की अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि संत स्वयं को केवल समाज के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए तथा केवल मानवता के लिए ही नहीं, अपितु संपूर्ण प्राणियों के लिए समर्पित कर लोक कल्याण हेतु सर्वत्र विकास को गति देते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र प्रतिनिधि तंत्र है ठीक वैसे ही संतो का समाज भी ईश्वर का प्रतिनिधि तंत्र है। राज्यपाल गहलोत ने कहा कि साधना के शिखर पुरूष, आध्यात्म योगी डॉ वसंत विजय जी महाराज साहब ने वैश्विक स्तर पर मानव समाज को ईश्वरीय ज्ञान, संस्कारों व जीवन जीने की कला से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रसंतश्री डॉ वसंत विजय जी का संबंध किसी एक पंथ, संप्रदाय अथवा बाहरी आडंबरों से नहीं हैं। यति दीक्षा लेकर विश्व शांति दूत के रूप में संतत्व की उत्कृष्ट क्रिया इनमें परमार्थ के रूप में प्रकट हो रही है। इस मौके पर पूज्य गुरुदेवश्रीजी ने राज्यपाल को रक्षा सूत्र, धर्म साहित्य व प्रसाद आदि भेंट किए। साथ ही गेहलोत को देशभक्ति एवं देश सेवा में उन्नति के साथ प्रगति परक व आरोग्यमय जीवन का मांगलिक आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने राज्यपाल गेहलोत के सरल, सादगी परक व्यक्तित्व एवं राजनीतिक जीवन शैली का उल्लेख करते हुए वर्तमान में संवैधानिक पद से श्रेष्ठ सेवाओं की सराहना भी की। इससे पूर्व रविवार सुबह राज्यपाल गेहलोत के धाम पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। साथ ही तीर्थ धाम के डॉ संकेश जैन, डॉ सागरमल जैन, सुभाष बेताला, राजू सोनी, चंदूलाल गांधी सहित अनेक गुरु भक्तों ने गुलदस्ता देकर स्वागत सत्कार किया। इस अवसर पर तमिलनाडु व कर्नाटक राज्य से पुलिस व प्रशासन से जुड़े अनेक उच्चाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।